DHANBAD:धनबाद जिले में जल संरक्षण को लेकर प्रशासनिक स्तर पर गंभीर प्रयास जारी हैं। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी अदित्य रंजन के निर्देशानुसार अमृत सरोवर योजना फेस-2 के अंतर्गत जिले के सभी जीर्ण-शीर्ण तालाबों के चिन्हीकरण और पुनर्जीवन की दिशा में तेजी लाई जा रही है।
इसी क्रम में गुरुवार, गुरुवार को उप विकास आयुक्त सादात अनवर की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिले के उन तालाबों की पहचान और सर्वेक्षण की रूपरेखा तैयार की गई जिनका जीर्णोद्धार, सामुदायिक सिंचाई या मत्स्य पालन के लिए उपयोग किया जा सकता है।
डीडीसी अनवर ने स्पष्ट निर्देश दिए कि जिले के सभी प्रखंडों, पंचायतों और गांवों में स्थित तालाबों की प्रकारवार सूची — जिसमें तालाब का नाम, रकबा, खाता-प्लॉट नंबर, जियो टैग फोटो इत्यादि शामिल हों — अगले 15 दिनों के भीतर उपलब्ध कराई जाए।
इस कार्य के लिए कार्यपालक अभियंता (लघु सिंचाई प्रमंडल), जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी तथा तकनीकी विशेषज्ञ (जलछाजन) को जिम्मेवारी सौंपी गई है।
डीडीसी ने कहा कि यह सर्वे न केवल जल संरक्षण, बल्कि सामुदायिक आजीविका, मत्स्य पालन और पर्यावरण संतुलन के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
बैठक में उपस्थित अधिकारी:
बैठक में डीआरडीए निदेशक राजीव रंजन, प्रोजेक्ट ऑफिसर मनोज कुमार सहित अन्य वरीय पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
जिला प्रशासन की यह पहल ग्रामीण क्षेत्रों में जल स्रोतों के संरक्षण और पुनर्जीवन के साथ-साथ अमृत सरोवर योजना के लक्ष्यों को हासिल करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।
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