विगत दिनों AI इंजिनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद देशभर में पुरुष आयोग के गठन की मांग जोर पकड़ने लगी है। लोग न्यायपालिका से यह अपील कर रहे हैं कि अतुल सुभाष को न्याय मिले और पुरुषों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक आयोग का गठन किया जाए। इसी संदर्भ में, शनिवार को सेव इंडियन फैमिली संगठन ने रणधीर वर्मा चौक पर कैंडल मार्च का आयोजन किया और अतुल सुभाष को इंसाफ दिलाने की मांग की।

कानूनी संरक्षण की कमी पर चिंता
मीडिया से बात करते हुए सेव इंडियन फैमिली संगठन के सदस्यों ने कहा कि देशभर में कई पुरुष घरेलू हिंसा और अन्य शोषण का शिकार होते हैं, लेकिन उनके लिए कोई कानूनी संरक्षण उपलब्ध नहीं है। उन्होंने उदाहरण के रूप में महिलाओं के लिए बने महिला आयोग का जिक्र करते हुए कहा कि जबकि महिलाओं को अपने अधिकारों की रक्षा के लिए एक मंच प्राप्त है, पुरुषों के लिए ऐसा कोई संस्थान नहीं है। इसके कारण कई पुरुष अपनी आवाज नहीं उठा पाते और कुछ तो मानसिक दबाव के चलते आत्महत्या जैसी दुखद घटना का शिकार हो जाते हैं।
आयोग गठन की मांग
संगठन के सदस्योंने यह भी कहा कि उनकी मुख्य मांग है कि अतुल सुभाष को न्याय मिले और सरकार जल्द से जल्द पुरुष आयोग का गठन करे ताकि पुरुषों के अधिकारों का संरक्षण किया जा सके और उन्हें भी न्याय मिल सके।
गौरतलब हैं कि एआई इंजीनियर ने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए नौ दिसंबर को बेंगलुरू में आत्महत्या कर ली थी। इस मामले में निकिता, उनकी मां निशा और भाइयों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है।
इलाहबाद कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल
बता दें कि एआई इंजीनियर अतुल सुभाष सुसाइड मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया समेत चार लोगों ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल की है। याचिकाकर्ता के वकील ने बताया कि निकिता के अलावा अतुल सुभाष की सास निशा सिंघानिया, साले अनुराग और सुशील सिंघानिया ने अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की है।