साहिबगंज, झारखंड: साहिबगंज में 1250 करोड़ रुपये के अवैध पत्थर खनन मामले की जांच के लिए सीबीआई की टीम सक्रिय हो गई है। सीबीआई की टीम 30 नवंबर तक साहिबगंज में कैंप करेगी और अवैध खनन से जुड़े सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगी।
इससे पहले, 4 और 5 नवंबर को सीबीआई ने मामले में मुख्य आरोपित पंकज मिश्रा के सहयोगी भगवान भगत और उनसे जुड़े 20 ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस कार्रवाई में सीबीआई ने करीब 61 लाख रुपये नकद, एक किलोग्राम सोना, 1.25 किलोग्राम सोने-चांदी के जेवरात और 61 कारतूस जब्त किए थे।
झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर हुई प्राथमिकी दर्ज
झारखंड हाईकोर्ट के निर्देश के बाद 20 नवंबर 2023 को इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। हाईकोर्ट ने शिकायतकर्ता विजय हांसदा की गवाही से मुकरने के बाद सीबीआई को जांच का जिम्मा सौंपा। जांच में यह खुलासा हुआ है कि आरोपितों ने बड़े पैमाने पर अवैध पत्थर खनन कर राज्य सरकार को भारी राजस्व नुकसान पहुंचाया।
अवैध धन का निवेश और शेल कंपनियों का उपयोग
सीबीआई की जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपितों ने अवैध रूप से कमाए धन को विभिन्न माध्यमों से निवेश किया। कुछ ने शेल कंपनियों के माध्यम से काले धन का उपयोग कर अपनी अवैध गतिविधियों को संचालित किया।
नींबू पहाड़ क्षेत्र में बड़े स्तर पर अवैध खनन
साहिबगंज के नींबू पहाड़ क्षेत्र में अवैध पत्थर खनन का मामला लंबे समय से चर्चा में है। इस खनन के कारण पर्यावरण और राज्य की आर्थिक स्थिति दोनों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। सीबीआई अब इन गतिविधियों के लिए जिम्मेदार सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में है।